यू पी एस टी एफ ने दबोचा भेजा जेल
दैनिक इंडिया न्यूज लखनऊ : UP स्पेशल टास्क फ़ोर्स (यूपीएसटीएफ) ने एक बड़ी सफलता प्राप्त की है। पुलिस ने वाणिज्यिक तौर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रोटोकॉल अधिकारी की छवि बनाकर लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले अपराधियों/ठगों को गिरफ्तार किया है।
यूपी एसटीएफ ने लखनऊ से दो शातिर ठगों को गिरफ्तार कर एक बड़ी सफलता प्राप्त की है। बताया जा रहा है कि आरोपी व्यक्ति अपने आप को CM का प्रोटोकॉल अधिकारी के रूप में पेश कर आम लोगों के साथ ठगी की घटना को अंजाम देता थे। यह शातिर ठग सरकारी अधिकारी बनकर विभिन्न विभागों में (नाजायज तरीके से) दरवाजा खोलने और लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के गंभीर आरोप हैं।
यह ठग अपने को मंत्री का विशेष सचिव तो कभी वाइस चांसलर बताता
UP STF ने सरकारी पद पर बनकर विभिन्न विभागों में ट्रांसफर, पोस्टिंग, और अन्य सरकारी कामों में हस्तक्षेप करने वाले बहरुपिया को पकड़ लिया है। शातिर ठग आशीष और उसके सहयोगी गुरु अरविंद त्रिपाठी के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी समेत अन्य गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया है। आम लोगों के साथ लाखों की ठगी करते हुए आरोपी राम शंकर गुप्ता अपने को कभी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रोटोकॉल अधिकारी बताता तो कभी सुकरात विश्वविद्यालय का वाइस चांसलर बनकर लोगों से ठगी करता। फिलहाल पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर वर्तमान में उन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड पर भेजने की प्रक्रिया में जुट गई है।
ठगों से FAKE I CARD भी बरामद
ट्रांसफर पोस्टिंग और बड़े टेंडर दिलाने के नाम पर UPSTF ने एक आरोपी राम शंकर गुप्ता के पास से 14 FAKE आई CARD और 2 AADHAR CARD बरामद किए हैं। एक आंकड़े के अनुसार यह शातिर ठग आशीष गुप्ता और अरविंद त्रिपाठी आम लोगों से अब तक करोड़ों की ठगी की घटना को अंजाम दे चुके है।
नेताओं से कनेक्टेड में था यह शातिर ठग
अरविंद त्रिपाठी, जिसे योग गुरुजी के रूप में भी जाना जाता है, दिल्ली में कई बड़े अफसरों और नेताओं के संपर्क में था। यह योग शिविरों का आयोजन करके बड़े अफसरों से नजदीकियां बढ़ाता था और आम लोगों से पैसे वसूलने का बहाना बनाता था।
दोनों आरोपी अब पुलिस के सवालों का सामना कर रहे हैं। ये आरोपी बड़े शातिर हैं, और हाल के कई दिनों से वे खुद को फर्जी अधिकारी बता कर लोगों को गुमराह कर रहे थे। राजधानी लखनऊ से लेकर दिल्ली तक इनके जाल फैले थे। पुलिस उन तमाम कड़ियों को जोड़ते हुए जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार, पूछताछ में आरोपी आशीष गुप्ता ने बताया कि उसने अपना नाम बदलकर फर्जी डॉक्टर आशीष कुमार गुप्ता रखा है। इसके अलावा अरविंद त्रिपाठी उर्फ योग गुरुजी दिल्ली में अपना मायाजाल फैलाकर लोगों को जाल में फंसाता था।
इनके जाल लखनऊ से लेकर दिल्ली तक फैले थे, और पुलिस अब इनके सभी कारगुजारियों की जाँच कर रही है। पुलिस की आंख में धूल झोंकने के लिए आरोपी आशीष गुप्ता ने अपना नाम बदलकर फर्जी डॉक्टर आशीष कुमार गुप्ता रखा, इसके अलावा, अरविंद त्रिपाठी जिसे योग गुरुजी के नाम से भी जाना जाता है, दिल्ली जैसे शहर में आम लोगों से ठगी करने करते हुए अपने चक्कर में लोगों को फंसाता था।
जानकारी मुताबिक आरोपी रामशंकर गुप्ता लखनऊ के अलीगंज थाना के विष्णुपुरी कालोनी का रहने वाला है। वहीं अरविंद त्रिपाठी नई दिल्ली के अशोक विहार के त्रिनगर केशवपुरम का रहने वाला बताया जा रहा है। दोनों आरोपियों के पास से पुलिस ने कई अहम दस्तावेज भी बरामद किए हैं। यूपीएसटीएफ ने बताया कि दोनों आरोपियों को विभूतिखंड थाना क्षेत्र के समाज कल्याण कार्यालय तिराहे के पास बांसमंडी रोड से गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ थाना विभूतिखंड में आईपीसी की धारा 170, 419, 420, 467, 468, 471 और 120बी के तहत मामला दर्ज किया है। फिलहाल पुलिस पूछताछ के बाद अन्य पहलुओं पर भी जांच शुरू करेगी। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों ही आरोपी बहुत शातिर हैं और कई दिनों से लगातार ठगी की घटनाओं के अंजाम दे रहे थे। लंबे समय तक रैकी करने के बाद इन्हें गिरफ्तार किया जा सका है।