

दैनिक इंडिया न्यूज़ ,नई दिल्ली। राष्ट्रीय सनातन महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह ने भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से उनके विदेश दौरे के पश्चात शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान जितेंद्र प्रताप सिंह ने रक्षा मंत्री द्वारा एसओसी (सोशल ओवरसाइट कमेटी) के संयुक्त घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर न करने के निर्णय का स्वागत किया और इसे राष्ट्रहित में अत्यंत आवश्यक बताया। उन्होंने कहा कि राजनाथ सिंह का यह निर्णय राष्ट्रीय सनातन महासंघ के सभी सदस्यों की भावना और मतों के अनुरूप है। महासंघ की ओर से रक्षा मंत्री को भारत के हितों की रक्षा हेतु कठोरतम निर्णय लेने के लिए आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया गया।

इसके पश्चात, सांयकाल में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री तथा नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रह्लाद जोशी से भी शिष्टाचार भेंट की। इस भेंटवार्ता के दौरान उन्होंने मंत्री के नेतृत्व में देशभर में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में हो रहे सतत् प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2030 तक भारत को नवीकरणीय विद्युत उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लक्ष्य को साकार करने के लिए मंत्री प्रह्लाद जोशी का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने देश के ऊर्जा क्षेत्र को सशक्त बनाने की दिशा में किए जा रहे उनके प्रयासों के लिए हृदय से धन्यवाद और शुभकामनाएं व्यक्त कीं।
जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय सनातन महासंघ सदैव राष्ट्रहित, ऊर्जा आत्मनिर्भरता, और सुरक्षा के मुद्दों पर सरकार के साथ खड़ा है और समाज में इन विषयों पर जन जागरूकता के लिए निरंतर प्रयास करता रहेगा।