125वीं जयंती पर मुख्यमंत्री ने किया माल्यार्पण, कहा – मोदी जी ने धारा 370 हटाकर डॉ. मुखर्जी के सपनों को किया साकार

दैनिक इंडिया न्यूज़ ,लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज महान शिक्षाविद, प्रखर राष्ट्रवादी और अखंड भारत के स्वप्नदृष्टा डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 125वीं जयंती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) चिकित्सालय परिसर में स्थापित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डॉ. मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई 1901 को हुआ था। मात्र 33 वर्ष की आयु में कोलकाता विश्वविद्यालय के सबसे युवा कुलपति बने। उन्होंने स्वतंत्र भारत की पहली सरकार में उद्योग और खाद्य मंत्री रहते हुए खाद्य आत्मनिर्भरता और औद्योगिक विकास की मजबूत नींव रखी। लेकिन जब तत्कालीन सरकार ने तुष्टीकरण की नीति अपनाई, तो उन्होंने त्यागपत्र देकर भारतीय जनसंघ की स्थापना की और उसके प्रथम अध्यक्ष बने।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर में धारा 370 जोड़कर देश की संप्रभुता और सुरक्षा से खिलवाड़ हुआ। डॉ. मुखर्जी ने उसी समय हुंकार भरी – “एक देश में दो प्रधान, दो विधान और दो निशान नहीं चलेंगे।” उन्होंने परमिट सिस्टम के खिलाफ आवाज उठाई और राष्ट्र की एकता के लिए अपना बलिदान दे दिया।
योगी आदित्यनाथ ने गर्व के साथ कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. मुखर्जी के अधूरे सपनों को साकार किया। उनके नेतृत्व में जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाकर लोकतांत्रिक प्रक्रिया बहाल की गई और आज जम्मू कश्मीर विकास की मुख्यधारा से मजबूती से जुड़ चुका है। यह डॉ. मुखर्जी के संकल्पों की ऐतिहासिक विजय है।
कार्यक्रम में कई जनप्रतिनिधि और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के त्याग, तपस्या और बलिदान को सदैव स्मरण करता रहेगा। वे हर राष्ट्रवादी के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर भारत की एकता और अखंडता की लौ को अमर कर दिया।