
दैनिक इंडिया न्यूज़ ,वाराणसी। काशी हिंदी विश्वविद्यालय के आचार्य गोपाल त्रिपाठी शिक्षक आवासीय परिसर की जिटीएफरसी बिल्डिंग की छठी मंजिल से कूद के आईआईटी के कंप्यूटर साइंस में एसोसिएट प्रोफेसर रविंद्र चौधरी की पत्नी हरिता चौधरी 43 ने आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना पड़ोसियों ने प्रोफेसर और प्रोक्टरोरिअल बोर्ड के साथ पुलिस को दी। मौके पर प्रोक्टरोरिअल बोर्ड और पुलिस के लोगो ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया। प्रोफेसर रविंद्र ने पुलिस को बताया कि उनकी पत्नी पिछले 2 साल से डिप्रेशन से पीढ़ित थी। बीएचयू के ही साइकेट्रिस्ट से उनका इलाज चल रहा था। बीते 1 माह पहले उनका परिवार आया था और 15 दिन पहले उनकी पत्नी के माता पिता भी घर आए थे। पूर्व में कई बार उन्होंने प्रोक्टरोरिअल बोर्ड को पत्नी के खो जाने के लिए शिकायत भी किया था। आज सुबह 6 बजे प्रोफेसर अपने बेटे को स्कूल जाने के लिए तैयार कर रहे थे। और उनकी बेटी सो रही थी। उनकी पत्नी और माता पिता भी दूसरे कमरे में सो रहे थे। कब वो घर से निकल कर छठी मंजिल पर पहुच गई और कूद गई। ये नही पता कैंपस में ही सुबह का वक़्त होने के कारण कैंपस के रहने वाले टहल रहे थे। उसी बीच तेज़ आवाज के साथ उनकी पत्नी छत से नीचे गिरी तो लोगो ने उनको सूचना दी। 2014 में प्रोफेसर रविंद्र ने आईआईटी बीएचयू में जोइंग कई थी। उन्हीने 6 रिसर्च की थी जिसका पेपर भी पब्लिश हुआ है। इस वक़्त वो ए आई पर रिसर्च कर रहे थे। थानाध्यक्ष लंका राजकुमार शर्मा ने बताया कि सूचना पर पहुच कर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया गया है। अभी तक किसी भी प्रकार की कोई तहरीर नही मिली है।