
दैनिक इंडिया न्यूज़ दवाराणसी
वाराणसी। बहुचर्चित अधिवक्ता पुत्र हेमंत पटेल हत्याकांड एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। इस हत्याकांड के आरोपित की ओर से प्रभारी जिला एवं सत्र न्यायाधीश रविन्द्र लाल श्रीवास्तव की अदालत में जमानत के लिए अर्जी दी गई है। वहीं इस मामले में वादी अधिवक्ता की ओर से वरिष्ठ फौजदारी अधिवक्ता अनुज यादव ने अपना वकालतनामा दाखिल करते हुए काउंटर दाखिल करने के लिए कोर्ट से समय देने की अपील की। अदालत ने इस मामले में वादी पक्ष को समय प्रदान करते हुए जमानत अर्जी पर सुनवाई के लिए अगली तिथि पांच अगस्त नियत कर दी।
प्रकरण के अनुसार सिंधौरा निवासी वादी कैलाश चंद्र वर्मा ने शिवपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। आरोप था कि 22 अप्रैल 2025 को दिन में लगभग 1 बजे खुशहाल नगर, नटिनियांदाई निवासी आरोपित राज विजयेंद्र सिंह उर्फ राज विजेंद्र सिंह उर्फ रवि ने अपने मोबाइल से प्रार्थी के पुत्र हेमंत पटेल के मोबाइल पर फोन कर विद्यालय बुलाया। साथ ही वादी के पुत्र को लाने के लिए शशांक एवं किशन नामक व्यक्तियों को भेजा। जिस पर उसका पुत्र हेमंत अपने दादा की बाइक से शशांक और किशन के साथ विद्यालय जाने के लिए निकला। इस बीच दोपहर 2.03 बजे वादी के नाती प्रिंस उर्फ गोलू के मोबाइल पर आशीष पटेल ने फोन कर सूचना दी कि विद्यालय परिसर में प्रबंधक के कमरे में प्रबंधक के बेटे राज विजयेंद्र सिंह उर्फ राज विजेंद्र सिंह उर्फ रवि द्वारा अपनी लाइसेंसी पिस्टल से उसके पुत्र हेमंत पटेल को गोली मार कर उसकी हत्या कर दी है। इस घटना के बाद पुलिस ने अगले दिन आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वहीं इस घटना को लेकर कई दिनों तक इस मामले को लेकर वकीलों ने हंगामा किया और न्यायिक कार्य से विरत रहते हुए दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की थी। जिसके बाद इस मामले ने काफी तूल पकड़ लिया था। बाद में पुलिस ने इस मामले में निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करने का आश्वासन दिया, तब जाकर अधिवक्ता शांत हुए। वहीं आरोपित द्वारा जमानत अर्जी दाखिल करने पर मामला एक बार फिर गरमा गया है।