हरिंद्र सिंह दैनिक इंडिया न्यूज लखनऊ।उत्तर प्रदेश विधानसभा के माननीय अध्यक्ष श्री सतीश महाना जी ने कहा है कि विधायिका लोकतंत्र का महत्वपूर्ण स्तंभ है। हम सबको मिलकर इसकी गरिमा को और बढ़ाना है। विधायिका में समितियों का बड़ा योगदान होता है। इन समितियों के माध्यम से विधायिका को और ताकतवर बनाया जा सकता है। इसलिए हम सबको मिलकर इन समितियों को और मजबूत करने का काम करना है। जनता का काम करने से ही हमारा सम्मान होगा।
आज विधान भवन में विधानसभा अध्यक्ष श्री सतीश महाना जी ने विधान सभा समितियों के उद्घाटन बैठकों के दौरान यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि
लोकतंत्र के स्तंभों में अक्सर विधायिका को ही सवालों के घेरे में रहना पड़ता है। समाज में फैली इस धारणा को हम सबको मिलकर बदलने की जरूरत है। इसके लिए समितियों के सदस्यों को मिलजुलकर काम करना होगा।जिससे समितियों की उपयोगिता बनी रहे।
श्री महाना ने कहा कि समितियों के लंबित प्रकरणों का निस्तारण शीघ्र किए जाने की जरूरत है। कुछ पुरानी याचिकाएं जो अप्रासंगिक हो चुकी है, उनको निरस्त किए जानें पर विचार संभव है। इसके लिए आवश्यकता हुई तो पुराने मामलों के निस्तारण के लिए एक उपसमित को गठित किए जानें पर भी विचार किया जा सकता है।
विधानसभा अध्यक्ष श्री सतीश महाना जी ने समितियों की बैठक में कहा कि नियमावली को बड़े ही गौर से पढ़ने की जरूरत है। जिससे समिति को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके। यह हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है।
श्री महाना ने कहा कि अक्सर यह देखा जाता है कि अच्छा काम दूसरे के खाते में और खराब काम विधायक के खाते में जाता है। इसलिए मिलजुलकर समितियों के माध्यम से जनहित के कामों में दिलचस्पी लेने का काम करें । इससे विधायिका का सम्मान और बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि हम सब की जिम्मेदारी किसी को नीचा दिखाने की नही, पर अपना सम्मान रखने और बढ़ाने की होनी चाहिए।
उत्तर प्रदेश की अठारहवीं विधान सभा की नियम, संसदीय अनुश्रवण, याचिका, विशेषाधिकार समिति की (वर्ष 2022-2023) उद्घाटन बैठक पर कहा कि आप सभी भिज्ञ और अनुभवी सदस्य हैं। मुझे आशा है कि इस गुरुतर उत्तरदायित्व का निर्वहन आप लोग भली-भाँति करने में सक्षम होंगे। सभी नवगठित समितियों के सभी माननीय सदस्यों का मैं पुनः स्वागत करता हूँ, धन्यवाद देता हूँ कि आप सभी के विद्वतापूर्ण सुझावों से यह सभी समितियां अपने उद्देश्यों में सफल होगी।
बैठक के इस अवसर पर समिति के मा0 सदस्य एवं विधान सभा के प्रमुख सचिव श्री प्रदीप कुमार दुबे सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित रहें।