डीडी न्यूज़ संवाददाता-धनञ्जय पाण्डेय
मधुबन, मऊ। रविवार को उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में कुल अलग-अलग सेंटरों पर टेट का पेपर होना था। जिसमें लगभग 21 लाख 65 हजार अभ्यर्थियों के भविष्य का सवाल छुपा था।सभी परीक्षार्थी न जाने कितने सालों से तैयारी कर आज अपने माता-पिता व खुद के सपनों को ऊंचा करने हेतु पेपर देने अपने-अपने सेंटरों पर गए। परीक्षा की सारी अर्हताओं का पालन करते हुए एग्जाम हॉल में बैठकर ओएमआर शीट भरकर पेपर देने की तैयारी कर रहे।तब तक अज्ञात कारणों से पता चला पेपर वायरल होना तेजी से शुरू हो गया।वहीं सूचना मिलते ही पूरे सेंटर की परीक्षा स्थगित करने की सूचना जारी कर दी गई।पुनः एक माह बाद परीक्षा कराए जाने की बात कही गई। जहां सबसे बड़ा सवाल उठ खड़ा होता है कि वर्तमान में चल रही सरकार जीरो टॉलरेंस की बात कर रही। भय मुक्त,भ्रष्टाचार की बात करती। नकल माफियाओं पर नकेल कस रही। तब फिर ऐसी घटनाएं कहां से देखने व सुनने को मिल रही। जहां रात-रात भर बच्चें प्लेटफार्म,झुग्गी,झोपड़ी पर रात-रात भर जाग कर सर्दी भरी ठंडी में अपने सपने को संजोने का काम कर रहे।तब तक कुछ चंद लोगों के गिरोह की वजह से सारे सपने अधूरे होते दिख रहे। आखिर कब तक चलेगा भड़के नौजवान अभ्यर्थी सरकार से बार-बार सवाल कर रहे।इस पर सरकार को गंभीर होकर उचित दिशा में सही निर्णय लिया जाना चाहिए।ताकि नकल माफियाओं पर नकेल कसा जा सके।जिससे बच्चों का भविष्य स्वर्णिम होगा तभी देश का समृद्धि व विकास होगा।
2021-11-28