उदय राज
दैनिक इंडिया न्यूज
पुलिस कमिश्नर से पहली पत्नी बोली- महिला सिपाही से पति के संबंध, रिश्ता बचा लो साहब
👉उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तीन पत्नियों वाले दारोगा सुधांशु रंजन यादव Sub चर्चाओं में हैं। दारोगा की पहली पत्नी वाराणसी में एक बेटी के साथ रहती हैं। वहीं, दूसरी बीवी बीबीडी इलाके में एक फ्लैट में और तीसरी बीवी गोरखपुर में थी, जिसे अब वह छोड़ चुके हैं। वहीं, इस संबंध में पूछने पर दारोगा सुधांशु रंजन यादव ने सारे आरोपों को निराधार बताया और बोले कि उनकी पत्नी नहीं है।
पुलिस कमिश्रर के सामने फूट-फूटकर रोई पहली पत्नी
मिली जानकारी के अनुसार, अभी दो दिन पहले ही दारोगा की पहली पत्नी अपनी 10 साल की बच्ची के साथ कमिश्नर ऑफिस पहुंची। उन्होंने पुलिस कमिश्नर एसबी शिरडकर से मुलाकात की और सारे दस्तावेज दिखाकर फूट-फूटकर रोने लगी। उन्होंनें बताया कि वह बनारस के बड़ा गांव रसूलपुर की रहने वाली हैं। सर्विस बुक में नामिनी में मेरा ही नाम है।
महिला ने पुलिस कमिश्नर के सामने रोते हुए कहा कि साहब मेरा विवाह 14 साल पहले सुधांशु रंजन से हुआ था। उन्होंने बताया कि उस समय सुधांशु दारोगा नहीं थे। मायके वालों ने सुधांशू की मांग पर दहेज में कार और लाखों के जेवर दिए थे। सब कुछ हंसी खुशी चल रहा था। पति की लखनऊ पोस्टिंग हुई। यहां पर महिला पुलिस विंग में तैनात एक सिपाही से पति के संबंध हो गए।
नौकरी लगने पर कर ली थी दूसरी शादी
पहली पत्नी ने पुलिस कमिश्नर को बताया कि इसके बाद सुधांशु ने घर आना जाना कम कर दिया। सवाल पूछने पर वह टाल-मटोल करते और ऑफिस में ज्यादा काम होने का बहाना बना देते। रोते हुए पहली पत्नी ने कहा कि साहब मेरा घर टूटने से बचा लीजिए। पति ने बिना तलाक दिए ही दूसरी शादी कर ली है। बच्ची के खातिर मैं तलाक नहीं चाहती हूं। पुलिस कमिश्नर ने महिला को ढांढस बधाते हुए शांत कराया और जांच के आदेश दिए। पड़ताल में पता चला कि दारोगा सुधांशु रंजन पुलिस लाइन में तैनात हैं।
बीबीडी में दूसरी पत्नी के लिए 35 लाख का फ्लैट
पहली पत्नी ने बताया कि उनके दारोगा पति ने महिला सिपाही को पत्नी दिखाते हुए उसके नाम से बीबीडी इलाके में 35 लाख रुपये में एक फ्लैट खरीदा है, जिसकी जांच होनी चाहिए। पत्नी ने कहा कि वह इतने रुपए कहां से लाए। उन्होंने कहा कि जानकारी होने पर बीबीडी पुलिस पुलिस के साथ बीते दिनों फ्लैट पर पहुंची तो महिला सिपाही वहीं मिली, लेकिन दारोगा ने वहां से मुझे भगा दिया।
घूसखोरी में दारोगा हुए थे निलंबित
जानकारी के मुताबिक, दारोगा सुधांशु रंजन करीब तीन माह पहले पारा थाने की हंसखेड़ा चौकी से निलंबित हुए थे। इंस्पेक्टर पारा दधिबल तिवारी ने बताया कि तीन माह पहले दो पक्षों के विवाद में दोनों ओर से मुकदमा दर्ज हुआ था। उसमें एक पक्ष से दूसरे के खिलाफ धाराएं हटाने को लेकर रुपये लेने का आरोप दारोगा सुधांशु रंजन पर लगा था। इस कारण तत्कालीन पुलिस कमिश्नर ने उन्हें निलंबित कर दिया था।
पत्नी की शिकायत पर जांच के आदेश
आरआई प्रथम पुलिस लाइन राकेश कुमार शर्मा ने बताया कि पहली पत्नी ने दारोगा सुधांशु रंजन यादव की शिकायत पुलिस कमिश्नर से की है। उन्होंने दारोगा पर 2 और पत्नियां रखने का आरोप लगाया है। वहीं, पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर जांच की जा रही है। दारोगा सुधांशु एक सप्ताह की छुट्टी पर हैं।