–बुंदेलखंड के किलों के साथ स्थानीय कला, संस्कृति और बोली का भी किया जाएगा विकास
–मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा प्रस्ताव, हरी झंडी मिलते ही शुरू होगा कार्य
-क्षेत्र में पर्यटन की सुविधाओं में वृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है योगी सरकार
हरिंद्र सिंह दैनिक इंडिया न्यूज लखनऊ, 11 दिसंबर। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बुंदेलखंड क्षेत्र के विकास को लेकर प्रतिबद्ध है। बुंदेलखंड के किलों और इसके आसपास पर्यटन से जुड़ी सुविधाओं के सृजन के लिए सरकार तैयारी कर रही है। इन्हीं तैयारियों के दृष्टिगत निजी कंपनी एएनबी कंसल्टैंट ने एक प्रस्ताव तैयार किया है। इस प्रस्ताव के तहत बुंदेलखंड के किलों के कायाकल्प के साथ-साथ इस क्षेत्र की संस्कृति, यहां की बोली भाषा और कला को भी सहेजा जाएगा। साथ ही, यहां वाटर स्पोर्ट्स गतिविधियों को भी शुरू किया जाएगा ताकि पर्यटक किलों के साथ इन गेम्स के जरिए अपने ट्रिप को इंज्वॉय कर सकें। पीपीपी के माध्यम से किए जाने वाले विकास कार्यक्रम से जुड़े इस प्रस्ताव को फिलहाल मुख्य सचिव के समक्ष पेश किया जा चुका है और अब मुख्यमंत्री के समक्ष इसे रखा जाएगा। मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद इस प्रस्ताव को अमली जामा पहनाने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी।
बरुआसागर फोर्ट के समीप वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज को बढ़ावा
प्रस्ताव के अनुसार बुंदेलखंड में बरुआसागर किले का कायाकल्प किया जाएगा। इसके लिए 205 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसमें विभिन्न टूरिज्म एक्टिविटीज के अलावा वाटर स्पोर्ट्स के लिए भी 18 करोड़ का खर्च होगा। वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज को पीपीपी मॉडल पर विकसित किया जाएगा। इसमें कैंपिंग, ट्रेकिंग, हाइकिंग, पिकनिक व रूरल डाइनिंग के अलावा एडवेंचर स्पोर्ट्स का समावेश होगा। वाटर स्पोर्ट्स के तहत रिंगोराइड, पैरा सेलिंग, वेकबोर्डिंग, नीबोर्डिंग, कयाकिंग, जेट स्कींग जैसे गेम्स शामिल रहेंगे। इसके अलावा दशहरा, मकर संक्रांति, जल विहार, फाग लोक नृत्य व संगीत, आल्हा उदल के नाटक और राय लोक नृत्य पर भी ध्यान दिया जाएगा। यहां आने वाले पर्यटक इन गतिविधियों में शामिल होंगे।
भूरागढ़ फोर्ट में डेस्टिनेशन वेडिंग पर रहेगा जोर
इसी तरह भूरागढ़ फोर्ट के कायाकल्प का भी प्लान है। इसकी प्रोजेक्ट कॉस्ट 94 करोड़ रुपए है। इस क्षेत्र को वाटर स्पोर्ट्स के अलावा डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए तैयार किए जाने की योजना है। यह काम भी पीपीपी मॉडल पर होगा। डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए 20 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। 98 करोड़ की लागत वाले रानगढ़ फोर्ट को भी वेडिंग डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित किया जाएगा। इस पर भी 20 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके जरिए फोर्ट को ओपेन बैंक्वेट एरिया के तौर पर सजाया जाएगा और नदी के साइड एरिया पर वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटीज के लिए रिजर्व रखा जाएगा।
मस्तानी महल में विकसित होगा हेरिटेज होटल
महोबा के मस्तानी महल, बेलाताल को हेरिटेज होटल और एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए विकसित किए जाने की योजना है। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 118 करोड़ रुपए है, जबकि हेरिटेज होटल के लिए 35 करोड़ और एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए 35 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसी तरह, झांसी के चंपत राय पैलेस को म्यूजियम के तौर पर विकसित किया जा सकता है। इस प्रोजेक्ट की टोटल कॉस्ट 30.50 करोड़ है, जबकि म्यूजियम के लिए 5 करोड़ खर्च होंगे।
अलग-अलग गतिविधियों पर फोकस
अलग-अलग किलों के पास अलग-अलग तरह की गतिविधियों पर फोकस किया गया है। एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए किलों के हिलटॉप पर हॉट एयर बैलून, नदियों के किनारे बने किलों पर राफ्टिंग और बोटिंग, झीलों के करीब बने किलों पर कयाकिंग, वाटर स्की जैसे वाटर स्पोर्ट्स और जंगलों में बने किलों में कैंपिंग और हाइकिंग जैसी गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके अलावा त्योहारों, मेलों, फोक डांस और ड्रामा को भी आगे बढ़ाया जाएगा। इसके अलावा म्यूजियम का विकास, लोकल क्राफ्ट और क्यूजीन के अलावा नदी-झील के विकास, कनेक्टिविटी पर जोर दिया जाएगा।